अल्बर्टा में प्लाटूनिंग ट्रक कर रहे हैं आंकड़े एकत्र

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अल्बर्टा मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (ए.एम.टी.ए.) ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा कि अलबर्टा में ट्रकों की प्लाटूनिंग पर आंकडे एकत्र करने का काम चल रहा है।

ए.एम.टी.ए. ने कोआपरेटिव ट्रक प्लाटूनिंग सिस्टम (सी.टी.पी.एस.) के परीक्षण चरण का सितंबर 2021 में शुरुआत यह देखने के लिए की कि पीटरबिल्ट 579 की इलेक्ट्रॉनिक रूप से निर्मित जोड़ी कैसा प्रदर्शन करेगी। अब ध्यान सड़क पर आंकडे संग्रह, मानव कारक और ईंधन बचत पर है।

डेज़ी और लिली नामक दो ट्रक, बायज़न ट्रांसपोर्ट के ड्राइवरों द्वारा चलाए जा रहे हैं। इसमें ड्राइवर असिसटेंस सिस्टम, प्रोंटो ए.आई. को-पायलट के साथ ट्रैक्टर-ट्रेलरों को हवा के दबाव को कम करने और ईंधन की बचत बढ़ाने के लिए एक-दूसरे के पीछे चलने की दूरी को कम करने में मदद करते हैं। पीछे चलने वाला वाहन भी आगे चलने वाले वाहन के साथ ब्रेक लगाता है और गति बढ़ाता है।

इससे पहले के परीक्षणों के आधार पर, नॉर्थ अमेरिकन काउंसिल फॉर फ्रेट एफिशिएंसी (एन.ए.सी.एफ.ई.) ने स्वीकार किया कि 40-50 फीट की दूरी पर चलने वाले दोनों ट्रकों में ईंधन की बचत 4 प्रतिशत के लगभग होती है। इस तरह के प्लाटूनिंग परीक्षण में, पीछे चलने वाले ट्रक की ईंधन खपत 10 प्रतिशत कम हो जाती है।

ट्रांसपोर्ट कैनेडा ने कहा कि 65,000 पाउंड वजन वाले तीन ट्रैक्टर ट्रेलरों को प्लाटूनिंग करने के साथ ईंधन की बचत में 6 प्रतिशत की वृद्धि संभव है, जब वे गाड़ियां एक-दूसरी से 57 फीट की दूरी पर यात्रा कर रही हों। ब्लेनविल, क्यूबेक में पिछले परीक्षणों में नियंत्रित परिस्थितियों में ईंधन की बचत 14.2 प्रतिशत थी।

अल्बर्टा परियोजना के लिए वाहनों के ट्रायल क्वीन एलिजाबेथ 2 हाईवे पर कैलगरी और एडमॉन्टन के बीच अप्रैल 2022 तक होंगे।