बार्डर की घेराबंदी से फंसे ट्रक ड्राइवर, बढ़ी प्रेशानी

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बार्डर क्रॉसिंग पर प्रदर्शनकारियों द्वारा की नाकेबंदी के कारण कैनेडा में सामान ले जा रहे ट्रक ड्राइवरों को जनवरी और फरवरी के दौरान अलबर्टा और ओंटारियो में भारी देरी का सामना करना पड़ा, और कुछ तो कई दिनों तक फंसे रहे।

Trucks stuck at Montana border
अल्बर्टा में घेराबंदी के कारण मोंटाना में स्वीट ग्रास पोर्ट ऑफ एंट्री के पास बड़ी संख्या में फंसे हुए कमर्शीयल वाहन। तस्वीरः लवप्रीत सिंह

सैमी-ट्रक, फोर-व्हीलर्ज और कृषि उपकरणों का एक काफिला जनवरी के अंत से लेकर लेथब्रिज, अल्बर्टा के दक्षिण में हाईवे 4 पर खड़ा हुआ है।

9 फरवरी को भी प्रदर्शनकारियों द्वारा विंडसर, ओंटारियो में मुख्य अंबेसडर ब्रिज को अवरुद्ध किए जाने के कारण ट्रक ड्राइवरों को सर्निया, ओंटारियो के ब्लू वाटर ब्रिज के माध्यम से कैनेडा में प्रवेश करने के कई घंटों तक कतार में लगना पड़ा।

बॉर्डर क्रॉसिंग पर यातायात अवरुद्ध कर रहे प्रदर्शनकारी ओटावा में चल रहे विरोध प्रदर्शनों का समर्थन कर रहे हैं, जो करास-बार्डर ट्रक ड्राइवरों पर लगने वाले वैक्सीन जनादेश को समाप्त करने के साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिबंधों से संबंधित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं।

11 फरवरी को ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने एमरजेंसी घोषित की और कहा कि प्रदर्शनकारियों को 100,000 डालर का जुर्माना और एक साल तक की जेल का सामना करना पड़ेगा।

फोर्ड ने ओटावा के फ्रीडम कारवां को एक नाकाबंदी करार देते हुए कहा कि बार्डरों, 400-लेन के हाईवे, और हवाई अड्डों सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर सामान, लोगों और सेवाओं को अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रीमियर ने कहा कि अन्य दंडों में व्यक्तिगत और कर्मशीयल लाइसेंसों को जब्त करना शामिल होगा।

फोर्ड ने कहा, “अभी, 99 प्रतिशत ट्रर्कस हमारे टेबल तक भोजन लाने के लिए काम कर रहे हैं, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कलपुर्जे कारखानों तक पहुंचें।”उन्होंने कहा कि एंबेसडर ब्रिज को अवरुद्ध करने वाले निजी वाहनों में केवल पांच ट्रक शामिल थे। “ये लोग ट्रकस के प्रतिनिधि नहीं हैं।”

मेनिटोबा के स्वीट ग्रास पोर्ट ऑफ एंट्री पर अलबर्टा घेराबंदी में दो दिन से आनर-आपरेटर लवप्रीत सिंह फंसा हुआ था।

Picture of Lovepreet Singh and other truckers
बार्डर की घेराबंदी के कारण मोंटाना में फंसे ट्रकर्स द्वारा झेली जा रहीं समस्याओं के बारे में बात करता हुआ लवप्रीत। तस्वीरः लवप्रीत सिंह

उन्हें सोशल मीडिया पर एक वीडियो में देखा गया जब वे कैनेडीयन आथर्टीओं एवं कानून निमार्ताओं को अपील कर रहा था कि बार्डर पर फंसे ड्राइवरों को उनके लोड लेकर जाने में मदद की जाए।

जब लवप्रीत 29 जनवरी की शाम 6 बजे जब बार्डर पर पहुंचे तो 50 से 70 ट्रक इंतजार कर रहे थे। समय के साथ, यह संख्या बढ़कर 150 कमर्शीयल वाहन हो गई, जिनमें से अधिकांश खाने-पीने के रेफ्रिजरेटरों से भरे ट्रेलर थे।

लवप्रीत कैलिफोर्निया से खाने-पीने की चीज़ें लेकर एडमिंटन की ओर जा रहा था। उन्होंने कहा कि ट्रकर पहली रात तो ठीक-ठाक थे लेकिन अगले दिन स्थिति बदतर होती गई। उन्होंने कहा, “सिर्फ दो या तीन शौचालय 150 ट्रक ड्राइवरों के लिए पर्याप्त नहीं हैं।”

चूंकि ट्रकर्स अपनी ट्रिपों से लौट रहे थे, उनके पास भोजन, रसद और दवाओं की भी कमी थी। जहां उन्हें रुकने के लिए मजबूर पड़ा वहां 30 किलोमीटर के दायरे में कोई रेस्तरां नहीं था।

इसलिए लवप्रीत ने ब्रिटिश कोलंबिया का रास्ता अपनाने का फैसला किया, जिससे उसकी यात्रा 300 मील और पांच से छह घंटे बढ़ गई। उसे बॉर्डर क्लीयरेंस के लिए नए पेपर भी तैयार करने पड़े थे।

लवप्रीत ने कहा, “300 मील अतिरिक्त ड्राइविंग करने के कारण, मुझे ईंधन के लिए अपनी जेब से खर्च करना पड़ा। इसके लिए मुझे और 300 से 400 डालर का नुकसान हुआ।”

पूरी तरह से वैक्सीन लगा चुके लवप्रीत ने कहा कि बार्डर की घेराबंदी के कारण सबसे ज्यादा नुकसान ट्रकर्स को ही हो रहा है, “मुझे नहीं पता कि वे लोगों को क्या संदेश देना चाहते हैं। मुझे नहीं पता कि वे किस तरह की आजादी चाहते हैं, जब वे ढाई दिनों तक ट्रकर्स को सीमा पर फंसाकर रख रहे हैं।”

ट्रकर बाज गिल भी दो-ढाई दिनों तक फंसा रहा। वह केलों से भरा एक रीफर चला रहा था। वह 31 जनवरी को घर लौटा। उन्होंने कहा, “हमें भोजन और शौचालय की समस्या थी।”

मोंट्रियाल , क्यूबेक के आनर-आपरेटर इशनीत सिंह, जो अपने बेटे के साथ टीम में ट्रक चलाते हैं, 9 फरवरी को 8 घंटे के लिए अमेरिकी की तरफ सरनिया क्रॉसिंग पर फंसे हुए थे।

वह बार्डर पर सुबह छह बजे से कई किलोमीटर लंबी कतार पर लगे ट्रकों के पीछे खड़ा था। बार्डर तक पहुंचने में कई घंटे लग गए और उसने दोपहर 3 बजे सीमा पार की। रुक-रुक कर चल रही ट्रैफिक में उसे आराम करने का भी मौका नहीं मिला और वह शौचालय भी नहीं जा सका।

उसने कहा, “मैं समझता हूं कि प्रदर्शनकारी अपनी आजादी के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन हमें क्यों परेशान किया जा रहा है। आप हमारे काम को मुश्किल क्यों बना रहे हैं? हम पूरी तरह से वैक्सीनेटड हैं। हम अपने परिवारों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं अब तक अपने परिवार के पास पहुंच चुका होता।”

इशनीत ने कहा कि उसके बेटे को ठीक तरह से नींद ने ले सकने के बावजूद भी ड्राइविंग करनी पड़़ेगी क्योंकि उसके एक दिन के काम करने के घंटे (कानूनी रूप से) बीत चुके थे।

देरी के कारण, टीम को अपनी बाहरी ट्रिप को पुनर्निर्धारित करना पड़ा। इशनीत सिंह ने कहा, “हमें नहीं पता कि हमें अपनी अगली ट्रिप पर अमेरिका लौटने में कितना और समय लगेगा। हमने एक शिफ्ट को नुकसान हुआ है, जिसमें हम 600 मील की दूरी तय कर लेते थे।”

विंडसर की घेराबंदी से कई ट्रकर्स अनजान थे।

एक आनर-आपरेटर, जो अपनी पहचान प्रक्ट नहीं करना चाहते थे, ने कहा कि उसने 7 फरवरी को दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक एंबेसडर ब्रिज पर नौ घंटे बिताए। उन्होंने कहा कि कई घंटों तक पार्क में रहने के बाद कई बड़े कमर्शीयल वाहनों के कंपन के कारण उनका सिर चकराने लगा।

जब वे कैनेडा में प्रवेश हुए तो उन्हें बहुत देर हो चुकी थी। “सौभाग्य से विंडसर में मेरी कंपनी के पास मेरा एक यार्ड था, इसलिए मैंने रात वहीं पार्क करके बिताई।”

दिन भर के काम के नुकसान के बाद, वह अगली सुबह घर लौटा और 9 फरवरी को दोबारा काम पर लौटा।

लियो बारोस की द्वारा