ब्राम्पटन के ट्रकर ने जीता कार्नेगी मैडल

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हरमनजीत सिंह गिल को तीन व्यक्तियों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने के लिए सम्मानित किया जा रहा है। (तस्वीरः कार्नेगी हीरो फंड कमीशन)

कार्नेगी हीरो फंड आयोग द्वारा ब्रैम्पटन के एक ट्रक ड्राइवर को उसकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया जा रहा है जिसने एक जलती हुई एस.यू.वी. में से तीन लोगों को निकालकर उनकी जान बचाई। वह यह सम्मान पाने वाले 17 नागरिकों में से एक हैं।
आयोग ने सोमवार को कहा कि 22 साल के हरमनजीत सिंह गिल और अन्य को कार्नेगी मेडल मिलेगा, जो अमेरिका और कैनेडा में आम नागरिकों को उनकी बहादुरी के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
आयोग के अनुसार, ‘‘कार्नेगी मेडल ऐसे लोगों को दिया जाता है जो दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं।‘‘
प्रत्येक पुरस्कार प्राप्तकर्ता या उनके परिवार के सदस्यों को वित्तीय अनुदान दिया जाएगा।
गिल ने मंगलवार को कहा, ‘‘मैं बहुत आभारी हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा सम्मान मिलेगा।‘‘
आयोग ने कहा कि जिस घटना के लिए गिल को सम्मानित किया जाएगा, वह 29 अगस्त, 2018 को हुई थी।
वह उस दिन ब्रैम्पटन में गाड़ी चला रहा था, जब उसने एक भीषण टक्कर को देखा जिसमें एक एस.यू.वी. कई वाहनों से टकराई और एक घर से कुछ ही दूरी पर ड्राइवर की तरफ पलट गई।
आयोग ने कहा, ‘‘वाहन के पीछे भयानक लपटें उठ रही थीं और गिल तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। गिल ने कार के सनरूफ से अपना हाथ और सिर डालकर गाड़ी के अंदर बैठे तीन में से एक को बाहर निकाल लिया और सुरक्षित स्थान पर ले गया।‘‘
गिल वाहन के पास लौट आया और दूसरे व्यक्ति को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
आयोग ने कहा, ‘‘तीसरे व्यक्ति को बाहर निकालने के लिए वाहन के पास आने पर गिल को कठिनाई हुई। घटनास्थल पर एक अन्य लड़के की मदद से, गिल ने सनरूफ को तोड़कर बड़ा स्थान बनाया और तीसरे व्यक्ति को भी सुरक्षित स्थान पर ले गया।‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘इसके कुछ समय बाद, एस.यू.वी. को आग लग गई।‘‘
गिल ने कहा, ‘‘मैं शुक्रगुजार हूं जो उस कार के अंदर बैठे लोगा आज भी जिंदा हैं। भगवान उनकी उम्र लम्बी करे।‘‘
‘‘मुझे इस पर गर्व नहीं है। मुझे लोगों की मदद करना अच्छा लगता है।‘‘
गिल को अपने बचाव कार्याें के लिए पील रीजनल पुलिस द्वारा सम्मानित भी किया गया था।
उन्होंने कहा कि उनको एक पुलिस अधिकारी द्वारा कार्नेगी मैडल के लिए नामांकित किया गया था।
पुरस्कार प्राप्त करने वालें में एक अन्य कैनेडीयन जोनाथन स्टीन-पालमर, भी है जो कि कैलगरी, अल्बर्टा का एक 20 वर्षीय प्रशिक्षु कारपेंटर हैं।
10 वर्षीय लड़की को ब्रिटिश कोलंबिया की एक झील से निकाले जाने के बाद उसकी मौत 31 मई, 2019 को हो गई।
अन्य सभी विजेता अमेरिका के हैं, जिनमें से तीन को मरणोपरांत पुरस्कार मिला है।
नामांकनों की भरमार
आयोग के आउटरीच सह-तालमेलकर्ता जूल्स फर्नेर ने कहा कि आयोग को हर साल 80 पदकों के लिए 1,000 से अधिक नामांकन प्राप्त होते हैं।
उन्होंने कहा कि पदक बनाने में तीन महीने लगते हैं क्योंकि पुरस्कार का विवरण प्रत्येक पदक के पीछे लिखा होता है।
फरानर ने पिट्सबर्ग में स्थित आयोग के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘भले ही हमने कल इसकी घोषणा की, लेकिन विजेताओं को पदक भेजने में कई महीने लगेंगे। फिर प्रदर्शन व्यक्तिगत आधार पर किया जाता है।‘‘
इस फंड की स्थापना 1904 में उद्यमी एंड्रयू कार्नेगी ने की थी, उसके बाद से अब तक 10,202 व्यक्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
आयोग ने अब तक अनुदान, वजीफा, मरणोपरांत लाभ और निरंतर मदद के रूप में 42 मिलीयन डाॅलर भी प्रदान किए।