सड़क पर लाइव लोकेशन के जरिए ड्राइवरों को मैकेनिक से जोड़ेगा ऐप

ट्रक का खराब पड़़ना ट्रकिंग का ही एक हिस्सा है। यह घटना भीड़भाड़ वाले राजमार्ग पर या सुनसान सड़क पर, ग्राहक के पास या विश्राम गृह में, दिन में या रात में घट सकती है।

उपकरणों को ठीक करने के लिए मैकेनिक खोजने में लंबा समय लग सकता है। कभी-कभी तो ड्राइवरों को मोबाइल यूनिट के आने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है और फिर मैकेनिक द्वारा समस्या को ठीक करने तक भी इंतजार करना पड़ता है। जो ट्रक नहीं चल रहा है वह कमाई भी नहीं कर रहा है।

Picture of Jarmanjit Singh
लाईवब्रेकडाउनज़ के संस्थापक जर्मानजीत सिंह। तस्वीरः लीयो बारोस

लाईवब्रेकडाउनज़ नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन मैकेनिकों के साथ लाईव लोकेशन सांझा करके ड्राइवरों को जोड़ता है। इसके संस्थापक जरमनजीत सिंह ने कहा कि यह सोच मैकेनिक खोजने के लिए उबर का इस्तेमाल करने जैसा है।

यह विचार तब पैदा हुआ जब जरमनजीत सिंह के भाई, एक ट्रक मैकेनिक, ने उनसे एक वेबसाइट बनाने के लिए कहा, जहां वे मैकेनिकों की एक डायरेक्टरी बना सकें। जरमनजीत, जो एक आई.टी. सुरक्षा पेशेवर है, ने कहा कि डायरेक्टरी की सूची अधिक काम की नहीं होगी और कहा कि लाईव लोकशन वाली एक मोबाइल ऐप बनाना बेहतर रहेगा।

उन्होंने एक ही प्लेटफॉर्म पर दो ऐप बनाए- एक ड्राइवरों के लिए, दूसरा मैकेनिक्स के लिए।

जब ट्रक खराब हो जाता है, तो आमतौर पर ड्राइवर मैकेनिक की तलाश ऑनलाइन करते हैं और यह पूछने के लिए कॉल करते हैं कि कौन मौजूद है।

लाईवब्रेकडाउनज़ का उद्देश्य इस प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाना था।

ड्राइवर फोन पर ऐप खोलता है और खराबी की जानकारी देता है। एक टिकट बनता है। ऐप आस-पास के ड्राइवरों को उनके फोन पर नोटिफिकेशन के जरिए अपनी लोकेशन की जानकारी देगा।

उदाहरण के लिए, यदि क्षेत्र में पांच मैकेनिक हैं, यदि उनके पास समय है, तो वे इच्छा प्रक्ट कर ड्राइवर के पास जाते हैं।

ड्राइवर मैकेनिक की लाइव लोकेशन देख सकता है, साथ ही उसके पिछले क्लाइंट्स की टिप्पणियों और रेटिंग की जांच कर सकता है। उसके बाद वे कोई भी मैकेनिक चुन सकते हैं। फोन नंबरों का आदान-प्रदान किया जाता है, और ड्राइवर और मैकेनिक दरों के बारे में बात करते हैं।

सिंह ने कहा कि अगला कदम ऐप में एक टो ट्रक जोड़ना होगा। ऐप में विकल्प पहले ही बनाया जा चुका है।

बड़े फ्लीटस के स्वीकृत विक्रेता अपने काम को स्थानीय मैकेनिकों को दे देते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे खराबी की स्थिति में तैयार हैं। जरमनजीत चाहता है कि वे इस ऐप का इस्तेमाल करें।

यदि एक फ्लीट ट्रक खराब हो जाता है, जैसे कि सडबरी, ओंटारियो में, और कंपनी के तीन पसंदीदा वेंडर हैं, तो उनका पता उपलब्ध है लेकिन उनका लाईव लोकेशन नहीं है।

जरमनजीत ने कहा कि अगर मैकेनिक ऐप पर हैं, तो भी वे पसंदीदा वेंडर रहेंगे, लेकिन कंपनी उस वेंडर तक पहुंच पाएगी जिसके पास समय है और वह करीब है।

सिंह ने कहा कि अब तक 100 से अधिक मैकेनिक एप डाउनलोड कर चुके हैं। इस ऐप को 300 से अधिक ट्रक ड्राइवरों ने डाउनलोड किया है, जिनमें से अधिकांश आनर-आपरेटर हैं।

ड्राइवर इस ऐप का मुफ्त में इस्तेमाल कर सकते हैं। मैकेनिक को काम खोजने के लिए शुल्क देना पड़ता है। जरमनजीत ने कहा, “जब एक मैकेनिक नौकरी के टिकट की इच्छा व्यक्त करता है, और अगर उसे टिकट मिल जाता है, तो हमें भुगतान मिलता है।”

ऐप मैकेनिक को एक संदेश भेजती है कि एक ट्रक खराब हो गया है, साथ ही उसकी लोकेशन भी। तस्वीरः  लाईवब्रेकडाउनज़

उन्होंने कहा कि ट्रकिंग में तकनीक के इस्तेमाल पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है और जब कोई तकनीकी समाधान निकालने की कोशिश करता है तो वह उसे रोकने की कोशिश होती है। यह उनकी गलती नहीं है, क्योंकि उन्हें कभी भी तकनीक से परिचित नहीं कराया गया है।

कंपनी युवा आनर-आपरेटरों पर ध्यान केंद्रित कर रही है क्योंकि वे बहुत सारी तकनीक का उपयोग करते हैं और इसे जल्दी से अपनाते हैं। जरमनजीत ने कहा कि जब बड़े फ्लीट उपलब्ध निकटतम सहायता के लाभों के बारे में जानेंगे, तो वे तकनीक को अपनाएंगे।

जरमनजीत ने कहा कि कभी-कभी एक मैकेनिक केवल पांच मिनट की दूरी पर होता है, और ऑनलाईन खोज करने से यह पता नहीं चलता है। लाईवब्रेकडाउन और अधिक संपर्क करने और ट्रकों को जल्द से जल्द ठीक करने के प्रयास में है।

लीयो बारोस द्वारा