ओ.टी.ए. ने बायज़न के बहादुर ड्राइवर, आशीष पटेल एवं परिवार का सम्मान किया
टोरंटो में ओ.टी.ए. के 96वें वार्षिक सम्मेलन में, बायज़न ट्रांसपोर्ट के ड्राइवर आशीष पटेल को मरणोपरांत ओंटारियो ट्रकिंग एसोसिएशन-ब्रिजस्टोन ट्रक हीरो अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिन्होंने वेस्ट वर्जीनिया में आई-81 पर हुई घातक टक्कर में शामिल लोगों का जीवन बचाने के लिए उनकी मदद की थी।
आशीष के लिए अवार्ड पाने वाली उनकी पत्नी शिल्पा ने कहा, “मेरी बेटी सुबह उन्हें बार-बार फोन करने की कोशिश कर रही थी और हर बार फोन कटने पर अपनी तोतली जुबान में कहती ‘डैडी ने फोन नहीं उठाया‘। मैंने सोचा कि वे ऐसा कभी नहीं करते। हमेशा फोन का जवाब देते हैं। मेरा दिल घबरा गया कि कुछ गड़बड़ है।”
पुलिस के मुताबिक, उस वक्त आई-81 रैंप पर दो अलग-अलग टक्करें हुई थीं। पहली टक्कर में दो कारें एक ट्रेलर जा टकराईं। पटेल और मैरीलैंड के एक अन्य ट्रक ड्राइवर, एडम मिलर ने अपने ट्रकों को वहीं रोक दिया और कारों में सवार लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले गए। लेकिन जब वे पुलिस के आने का इंतजार कर रहे थे, तभी एक तीसरा वाहन नियंत्रण खो बैठा और उन्हें टक्कर मार दी। दोनों की लगभग मौके पर ही मौत हो गई थी।
शिल्पा ने कहा, “जब मैं मदद करने वाले आशीष और एडम के बारे में सोचती हूं तो देखती हूं कि दोनों के नाम अंग्रेजी के अक्षर ‘ए‘ से शुरू होते हैं। ‘ए‘ का अर्थ है ‘ऐंजल‘ यानी फरिश्ता, और भगवान ने दोनों को ‘एंजेल‘ बनाकर भेजा था।”
शिल्पा ने आगे कहा कि आशीष ट्रकिंग उद्योग का एक बड़ा रोल मॉडल था। उन्हें ट्रक चलाना बहुत पसंद था, और वह अपने कई दोस्तों को अपना कमर्शीयल लाइसेंस प्राप्त करने और उद्योग के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित करता था। टर्मिनल पर आशीष के चेहरे पर हमेशा एक बड़ी मुस्कान रहती थी और वह अक्सर जरूरतमंदों का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार रहते थे।
बाइसन के महाप्रबंधक डेव मार्टिन ने कहा, “वह बहुत सीधे-सादे व्यक्ति थे। उन्होंने दूसरों की मदद करने के सवाल पर कभी भी दोबारा विचार नहीं किया। उस दिन भी उन्होंने इसी जज्बे के साथ लोगों की मदद की और इसलिए उन्हें इतना प्यार मिलता था। लेकिन दुर्भाग्य से, यह एक भयानक दुर्घटना में बदल गया और हमने उनके जैसे एक अद्भुत व्यक्ति को खो दिया।”