कमिंस, शेवरॉन ने हाइड्रोजन परियोजनाओं में सहयोग के लिए समझौता किया

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कमिंस और शेवरॉन हाइड्रोजन से संबंधित व्यावसायिक अवसरों और अन्य वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को विकसित करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी बनाकर मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं।

(तस्वीरः कमिंस)

दोनों कंपनियों ने एक समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए जो शुरू में उन्हें चार लक्ष्यों पर भागीदारी करने के लिए बुनियादी ढांचा प्रदान करेगाः परिवहन और उद्योग के लिए कार्बन मुक्त समाधान के रूप में हाइड्रोजन के उपयोग को बढ़ावा देने की सार्वजनिक नीति को आगे बढ़ाना, हाइड्रोजन से चलने वाले कमर्शीयल वाहनों और औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए बाजार में मांग पैदा करना, उद्योग के लिए हाइड्रोजन और फ्यूल सेल वाले वाहनों में उपयोग के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना, और शेवरॉन की घरेलू रिफाइनरियों में कमिंस इलेक्ट्रोलाइजर और फ्यूल सेल प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने के अवसरों की खोज करना।

शेवरॉन के अमेरिकी फ्यूल एवं लुब्रिकेंट्स के अध्यक्ष एंडी वालज़ ने कहा, “शेवरॉन सस्ती, टिकाऊ, स्वच्छ ऊर्जा के विकास और वितरण के लिए प्रतिबद्ध है और कमिंस के साथ हमारी साझेदारी हमारी और से निम्न-कार्बन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर व्यवसाय बनाने की ओर एक सकारात्मक कदम है जो हमारे वर्तमान प्रस्तावों के अतिरिक्त होगा। हाइड्रोजन सिर्फ एक कम-कार्बन समाधान है जिसमें हम निवेश कर रहे हैं जिससे हमारे ग्राहकों को अपने व्यवसाय और दैनिक जीवन में कम कार्बन का उत्पादन करने में मदद मिलेगी। हमने नवीकरणीय प्राकृतिक गैस के विकास और आपूर्ति में हमारे फ्यूल में नवीकरणीय ईंधनों के उपयोग, हमारी रिफाइनरियों में जैव ईंधन सह-प्रसंस्करण, और कटौती परियोजनाओं में निवेश किया है जो हमारे संचालन में कार्बन पदचिह्न को कम करेंगे।”

कमिंस के उपाध्यक्ष और न्यू पावर के अध्यक्ष एमी डेविस ने कहा, “शेवरॉन के साथ मिलकर हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने और पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को गति देने से हमें कार्बन मुक्त दुनिया बनाने में मदद मिलेगी। ऊर्जा का रूपांतरण अभी हो रहा है, और हम इसमें हाइड्रोजन द्वारा निभाये जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को समझते हैं। हमने हाइड्रोजन की शक्तिशाली क्षमता का लाभ उठाने के लिए दुनिया भर में 2,000 से अधिक फ्यूल सेल और 600 इलेक्ट्रोलाइजर स्थापित किए हैं और हम अन्य हाइड्रोजन-फ्यूलड आंतरिक कंबस्शन इंजन सहित अन्य हाइड्रोजन विकल्पों की पहचान कर रहे हैं।”