ट्रक ड्राइवरों के लिए पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाने के 8 तरीके

लोंग हौल ट्रक ड्राइवरों को अपने काम की प्रकृति के कारण पारिवारिक संबंध बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। घर पहुंचने से पहले उन्हें बहुत दिन या हफ्ते सड़कों पर बिताने पड़ते हैं। और फिर भी परिवार के लिए उन्हें कुछ ही घंटे मिलते हैं और जल्द ही काम पर लौटना पड़ता है।

Happy family
ड्राइवरों को अपने प्रियजनों से जुड़ने के लिए समय निकालना चाहिए। तस्वीरः आईस्टॉक

टोरंटो के एक थेरेपी सेंटर में क्लिनिकल थेरेपिस्ट शंकरी शर्मा और ब्रैम्पटन, ओंटारियो में पंजाबी कम्युनिटी हेल्थ सर्विसेज के सी.ई.ओ. बलदेव मुट्टा ड्राइवरों को कई टिप्स दे रहे हैं जिससे वे अपने प्रियजनों के साथ बेहतर तरीके से संबंध बनाए रख सकते हैं।

  1. जुड़ाव की रस्म को समर्पित रहें

परिवार और प्रियजनों को नियमित फोन कॉल, लघु ई-मेल, या लिखती संदेश लोगों को आपस में जोड़े रखने का काम करते हैं जिसे शर्मा जुड़ाव की रस्म कहते हैं। खर्च, बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य और ध्यान रखने जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए समय निकालें। इससे धीरे-धीरे बनने वाली नाराज़गी से बचाव हो सकता है।

  1. आमने-सामने बातचीत पर ध्यान दें

कभी-कभी निंद्रा से बचने के लिए ड्राइवर अपनी पत्नी से फोन पर एक घंटे तक बात करता रहता है, लेकिन ऐसा करने से उसके पास घर आने पर करने के लिए कोई बात नहीं रहती है। मुट्टा का कहना है कि फोन पर ज्यादा लंबी बात नहीं करनी चाहिए और आमने-सामने बात करने को प्राथमिकता देनी चाहिए।

  1. छोटे कार्यों को आउटसोर्स करें

घर के करीब रहने वालों से बोझ कम करें। शर्मा के मुताबिक आर्थिक रूप से संभव हो तो छोटे-छोटे कामों के लिए किसी बाहरी स्रोत (आउटसोर्स) को लगा लें। इसमें बच्चों की देखभाल, स्कूल लेकर जाने और वापिस लाने या आफटर-स्कूल प्रोग्राम, बगीचे का रखरखाव या बर्फ हटाने जैसे काम शामिल हो सकते हैं।

  1. बढ़ती दूरी के संकेतों को पहचानें

अगर समय से सोना और खाना नहीं चल रहा है और उत्तेजना का स्तर कम हो गया है, तो यह रिश्ते में बढ़ती दूरी का संकेत हो सकता है। या हो सकता है कि लड़ाई की आवृत्ति या तीव्रता बढ़ रही हो। मनुष्य हमेशा उन चीज़ों से दूर रहने की कोशिश करता है जो उसे परेशान करती हैं।

शर्मा ने कहा कि कुछ लोग नशा कर, खुद को नुकसान पहुंचाकर और ज्यादा खाने जैसी अस्वास्थ्यकर आदतों को अपनाकर इस स्थिति से निपटते हैं। यह खुले यौन संबंधों, असुरक्षित यौन संबंध, जोखिम भरे ऑनलाइन व्यवहार, अश्लील संदेश भेजने और पोर्नोग्राफी देखने के माध्यम से प्रकट हो सकता है।

Picture of Shankari Sharma
शंकरी शर्मा। तस्वीरः स्पलाईड
  1. प्रौद्योगिकी को छूने से पहले लोगों को स्पर्श करें

मुट्टा मानसिक स्वास्थ्य और मजबूत संबंधों के लिए अधिक शारीरिक संपर्क की सिफारिश करते हैं। उनका कहना है कि तकनीक में बहुत समय लगता है और माता-पिता अपने बच्चों के साथ दिन में केवल 10 मिनट ही बिताते हैं। इस तकनीक के कारण, छोटे बच्चे अपने माता-पिता की तुलना में दोस्तों और साथियों से अधिक जुड़े होते हैं।

मुट्टा का कहना है कि जहां गले मिलना और खेलना नहीं होता, वहां दूरियां बढ़ती हैं और रिश्ते केवल नाम के रह जाते हैं। पति और पत्नी के बीच संपर्क के बारे में भी यही बात कही जा सकती है।

Picture of Baldev Mutta
बलदेव मुट्टा। तस्वीरः स्पलाईड
  1. हल करने योग्य समस्याओं को हल करें

शर्मा का कहना है कि ‘‘सुलझाने योग्य‘‘ समस्याओं को हल करने से व्यक्ति खुश होता है। बिलों का भुगतान करना या पर्याप्त आराम करना, सोना और खाना नियमित करना ऐसे कदम उठाने के अच्छे उदाहरण हैं जो रिश्ते में तनाव को कम कर सकते हैं। शारीरिक बीमारियों का इलाज करवाने से मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होगा, क्योंकि दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।

  1. दिन में पांच मिनट लें

मुट्टा हमेशा काम में व्यस्त रहने वाले लोगों को सलाह देते हैं कि वे अपने बच्चों से जुड़ने के लिए पांच मिनट का समय अवश्य निकालें। उनसे बात करें या उनके लिए कोई किताब पढ़ें। कुछ मिनटों के लिए अपनी पत्नी या पार्टनर से कुछ देर बात करते समय उनका हाथ अपने हाथ में पकड़ना या उसे स्पर्श करना न भूलें, ताकि भावनात्मक जुड़़ाव बना रहे।

  1. खुशियों को चुनें – मनमानियों को नहीं

मुट्टा ने इस बात पर जोर दिया कि जब ड्राइवर घर पर हों, तो उन्हें ऐसे विकल्प चुनने चाहिए जिससे उन्हें खुशी मिले। लेकिन यह भी उतना ही जरूरी है कि यह खुशी मनमानी न हो। यदि ड्राइवर को लगता है कि उसकी पत्नी घर में खाना बनाते-बनाते थक गई है तो उसे अपने परिवार को भोजन के लिए बाहर ले जाना चाहिए, लेकिन यह भी हो सकता है कि उसका जीवनसाथी घर रहकर कुछ आवश्यक बात करना चाह रहा हो। घर पहुंचने पर हमेशा अपने परिवार के सदस्यों से पूछें कि वे क्या चाहते हैं।

लीयो बारोस द्वारा