तस्करी के खिलाफ लड़ाई में ए.एम.टी.ए. ने भी #NotInMyCity के साथ हाथ मिलाया

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अल्बर्टा मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (ए.एम.टी.ए.) ने मानव तस्करी और यौन शोषण के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और शिक्षित करने के लिए ए.एम.टी.ए. के साथ मिलकर काम करने का निर्णय किया है। यह संगठन समाज के सामने पैदा इस खतरे के साथ निपटने के लिए बच्चों और युवाओं पर ध्यान केंद्रित करता है।

प्रोविंस में ए.एम.टी.ए. कंपनी की सदस्य कंपनियां, कर्मचारी और ड्राइवर 30 मिनट के छोटे कोर्स में भाग ले सकते हैं जो मुफ्त होगा। कोर्स पूरा होने पर एक प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। परिवहन उद्योग के लिए ऑनलाइन मानव तस्करी कोर्स कैनेडा में एकमात्र है।

ट्रक पर डिकैल लगाते हुए #NotInMyCity ए.एम.टी.ए. के अध्यक्ष क्रिस नैश। (चित्र – ए.एम.टी.ए.)

ए.एम.टी.ए. के अध्यक्ष क्रिस नैश ने कहा, “हमारे एसोसिएशन का मुख्य लक्ष्य सुरक्षा है और यह कर्मशीयल परिवहन से कहीं आगे तक फैला हुआ है। इसमें अल्बर्टा के सभी नागरिकों की सुरक्षा शामिल है। हर दिन सड़क पर अनगिनत आँखों और कानों के साथ, हमारी सदस्यता इस भयानक मुद्दे के बारे में जागरूकता फैलाने में एक सक्रिय भूमिका निभा सकती है और इसे हल करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।”

केवल तीन वर्षों में #NotInMyCity तेजी से एक मजबूत, सहयोगी संगठन के रूप में विकसित हुआ है, जो स्थापित एजेंसियों और समूहों के साथ जागरूकता और रणनीतिक साझेदारी को फैलाने में मदद करता है।

कंटरी सुपरस्टार पॉल बरैंडट #NotInMyCity के संस्थापक हैं। (चित्र – जॉन स्वीट)

#NotInMyCity के संस्थापक और कंटरी सुपरस्टार पॉल बरैंडट ने कहा, “हम जानते हैं कि पीड़ितों को सार्वजनिक परिवहन द्वारा ले जाया जा रहा है। कर्मशीयल ट्रांसपोर्ट कंपनियों और ड्राइवरों को जानकारी और प्रैक्टीकल टूल्ज प्रदान करें ताकि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने में बेहतर हो सकें।”

परिवहन उद्योग के लिए ऑनलाइन ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के लिए केन्द्रीय विश्य कनाडा में यौन शोषण और मानव तस्करी की घटनाओं की सूचना, शोषित द्वारा दिखाए जाने वाले हाव-भाव की जानकारी, और संबंधित व्यक्ति को बिना नुकसान के जानकारी देना शामिल है।

यौन शोषण के लिए मानव तस्करी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ते अपराधों में से एक है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आय का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है। कैनेडा में तस्करी के शिकार 26 प्रतिशत लोग 18 वर्ष से कम उम्र के हैं। देश की आबादी का 4 प्रतिशत होने के बावजूद, तस्करी के शिकार 50 प्रतिशत लोग मूल निवासी हैं।