ट्रकिंग हीरो ने दुर्घटना के दौरान ड्राइवर की जान बचाई

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बहादुर लोग सोचने से पहले अपना कर्तव्य निभाना पसंद करते हैं। नवदीप सिंह ने एक टक्कर के बाद कैब में फंसे ट्रक ड्राइवर की मदद की, और शायद उसकी जान बचा ली।

तस्वीर: : नवदीप सिंह

विन्निपेग, मेनीटोबा में सी.एन. ट्रांसर्पोटेशन के साथ काम करने वाले इस आनर-आपरेटर ने सितंबर, 2020 में देखा कि हाइवे 2 पर एक कृषि ट्रक का टायर फट गया और वह खाई में गिर गया।

45 वर्षीय सिंह ने कहा, “वह उल्टा हो गया था, उसकी गर्दन सीटबेल्ट के साथ लटकी हुई थी और उसकी दाहिनी टांग गियर लीवर और सीट के बीच फंसी थी। जिस तरह से उसका शरीर मुड़ा हुआ था, मुझे ऐसा लग रहा था कि उसकी गर्दन टूट गई है। सारा भार उसकी गर्दन पर था।”

सिंह ने सोचा कि उस आदमी को ऊपर उठाया जाना चाहिए ताकि वह सांस ले सके। वह विंडशील्ड का शीशा तोड़कर ट्रक में चढ़ गया।

“तब जल्द कुछ करने की आवश्यक्ता थी। मैंने उसकी कमर और बेल्ट पकड़ ली और उसकी गर्दन से वजन हटा दिया। कुछ सेकंड बाद, उस आदमी ने कहा, ‘मैं कहाँ हूँ?”

तब तक दो अन्य लोग आ चुके थे और उन्होंने ड्राइवर को उस गाड़ी से बाहर निकालने में मदद की।

सिंह ने कहा, “मुझे लगता है कि अगर मुझे कुछ सेकंड भी देर हो जाती, तो मामला कुछ अलग ही होता। उसे कांच लगने से भी चोटें आई थीं।”

उन्होंने कहा कि आपातकालीन दल के आने से पहले छुट्टी कर जा रहे एक पैरामैडिक व्यक्ति ने भी उसकी सहायता की।

सिंह उन सभी के आभारी हैं जो मदद देने के लिए रुके थे। ‘‘मेरे अकेले के लिए इस आदमी की मदद करना मुश्किल था।‘‘

मेनीटोबा ट्रकिंग एसोसिएशन ने हाल ही में सिंह को उनके निस्वार्थ कार्य के लिए एम.टी.ए.-ब्रिजस्टोन ट्रकिंग हीरो अवार्ड से सम्मानित किया।

सिंह भारतीय मूल के हैं जो 2009 में अमेरिका के रास्ते कैनेडा में आए थे। उनका परिवार कृषि में लगा होने के कारण ट्रेलरों से जुड़े ट्रैक्टर चलाना उनके जीवन का एक हिस्सा रहा है।

सिंह को अपना सी.डी.एल. 2004 में मिला जब वह अमेरिका में रह रहे थे और वह पिछले 15 वर्षों से एक पेशेवर ड्राइवर है। उन्होंने लॉन्गहोल, शॉर्टहोल, डंप ट्रक और होलर टैंकर ट्रेलर भी चलाए हैं। वह 2013 से सी.एन. ट्रांसर्पोटेशन में आॅनर-आपरेटर के रूप में कार्य कर रहा है।

उसका दिन सुबह 8ः30 बजे से शुरू होता है जब वह अपने दो बच्चों को स्कूल छोड़ता है और उसका काम सुबह 10 बजे शुरू होता है।

“मैं रोज काम के बोझ और पिछली ट्रिप के आधार पर दिन में 10 से 12 घंटे काम करता हूं। कभी-कभी यदि आप लाइव लोड उतार रहे हैं तो इसमें अधिक समय लगता है, भीड़ का भी प्रभाव पड़ता है।”

वह रात 10ः30 बजे तक घर लौटता है, कभी-कभी बहुत देर भी हो जाती है।

“यह 12 घंटे की शिफ्ट होती है, लेकिन कभी-कभी इसमें 15 घंटे तक लग सकते हैं। यदि आपका परिवार आपका समर्थन नहीं करता है तो आप यह काम नहीं कर सकते। मैं खुशनसीब हूं कि मेरे परिवार ने मेरे करियर में मेरी काफी मदद की है।”

वह सप्ताह में पांच दिन काम करता है – शुक्रवार और शनिवार को उसकी छुट्टी होती है।

सिंह को अपना काम पसंद है और उनका कहना है कि ट्रकिंग के कारण उसने अमेरिका और कैनेडा के प्रिंस एडवर्ड आइलैंड उत्तरी क्षेत्र को छोड़कर बहुत से हिस्सों की यात्रा की है।

“आपका अच्छे और बुरे लोगों के साथ सामना होता हैं और आपको उनसे निपटना होता है। यह काम आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है। मैं एक घर खरीदकर अपने परिवार को लालन-पालन करने में सक्षम हूं।”

सिंह को ड्राइवरों के प्रति सम्मान की कमी बहुत चुभती है। महामारी के दौरान सामान तो आया लेकिन कई जगहों पर ड्राइवरों को शौचालय का भी इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। उन्होंने कहा कि कार चालकों को इस बात का अहसास नहीं होता है कि एक भरे हुए ट्रक को तुरंत रोकना बहुत मुश्किल होता है। “हर दिन आपको काई कार वाला मिल जाता है जो आपके आस-पास समस्याएँ खड़ी करती है।”

उन्होंने नए ड्राइवरों को मौसम के लिए तैयार रहने और अपनी यात्राओं की पहले से योजना बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग स्कूलों को छात्रों को यात्रा की अग्रिम योजना बनाना सिखाना चाहिए।

सिंह ने कहा कि लॉन्गहोल में काम करने वाले ड्राइवरों के लिए विशेष रूप से आवश्यक्ता के अनुसार व्यायाम करना और स्वस्थ भोजन कर सकना बड़ी चुनौती है।

“ड्राइविंग आपके शरीर पर बहुत दबाव डालती है। मैं रीजनल काम करता हूं इसलिए मैं काफी चलता हूं और बहुत व्यायाम करता हूं। जब मैं लॉन्गहोल में काम करता था, तो मेरे शरीर का आकार काफी बदल गया था, और मेरी ऊर्जा का स्तर गिर गया था। प्रत्येक ड्राइवर को व्यायाम करना चाहिए, शरीर को खोलना चाहिए और सैर करनी चाहिए।”

सिंह ने कहा कि उसका सपना खुद की ट्रक कंपनी शुरू करने का है। उन्होंने कहा, “मैं अभी काम करने के साथ-साथ सीख भी रहा हूं। मैं अपनी खुद की कंपनी खोलने में जल्दबाजी नहीं करना चाहता।”

लियो बारोस द्वारा