शहरी परियोजनाओं के लिए बोलियों की अनुमति देने से पहले, ओ.डी.टी.ए. समझौते पर विचार करेगा ब्रैम्पटन

एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ब्रैम्पटन की सिटी काउंसिल ने बुधवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर सटाफ से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि, कंपनियों को शहरी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर बोली लगाने की अनुमति देने से पहले, ओंटारियो डंप ट्रक एसोसिएशन (ओ.डी.टी.ए.) के प्रारंभिक समझौते को ध्यान में रखा गया है।

कौंसलर गुरप्रीत ढिल्लों द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ड्राइवरों के श्रम अधिकार सुरक्षित हैं और उन्हें शहर की परियोजनाओं में उचित वेतन मिल रहा है, और स्टाफ द्वारा यह सूचित किया जाना कि ओ.डी.टी.ए. के बेसिक समझौते को शहर की खरीद प्रक्रिया में स्थायी रूप से कैसे शामिल किया जाए।

ओ.डी.टी.ए. के वरिष्ठ सलाहकार बॉब पूनिया ने कहा, “हमारे ड्राइवर ईंधन की बढ़ती कीमतों, आराम करने के लिए समय की कमी, शौचालयों तक पहुंच की कमी और सुरक्षा संबंधी चिंताओं का सामना कर रहे हैं। ब्रैम्पटन सिटी काउंसिल का प्रस्ताव उन हजारों सदस्यों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो कार्यस्थल पर समानता और सम्मान की मांग कर रहे हैं।”

ढिल्लों ने कहा, “मैं सिटी कौंसल में अपने सहयोगियों द्वारा वर्करों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने का महत्व पहचान लेने को लेकर बहुत खुश हूं। प्रस्ताव यह सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है कि ब्रैम्पटन द्वारा वित्त पोषित बुनियादी ढांचा परियोजनाएं इन महत्वपूर्ण वर्करों के लिए सम्मानजनक हैं जो कि हमारे शहरों का निर्माण करते हैं।”

(तस्वीर: लीयो बारोस)

ओ.डी.टी.ए. सदस्य दो सप्ताह से अधिक समय से अपने श्रम अधिकारों, उचित वेतन और मुआवजे की वकालत करने के लिए लंबे समय से आवाज़ उठा रहे हैं और सुरक्षा मुद्दों को उजागर कर रहे हैं। एक ओ.डी.टी.ए. सदस्य को 25 मार्च को वॉन, ओंटारियो में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान चाकू मारकर घायल कर दिया गया था।

पुनिया ने कहा, “हम अन्य म्यूनिसपैलटीओं को भी आग्रह करते हैं कि वे ओ.डी.टी.ए. सदस्यों के अधिकारों की रक्षा के लिए और म्यूनिसीपल प्राजैक्टों द्वारा लेबर अधिकारों का सम्मान करने और उचित वेतन प्रदान करवाने के बारे में ब्रैम्पटन सिटी काउंसिल के नेतृत्व से मार्गदर्शन प्राप्त करें। यह कदम लेबर की कमी और निर्माण की उच्च मांग के समय उद्योग में दीर्घकालिक स्थिरता लाएगा।”