नए साल में भी नहीं सुलझेंगी पुरानी समस्याएं: एक्ट रिसर्च
2021 की प्रमुख समस्याएं – सप्लाई चेन में कठिनाई, कोविड, मुद्रास्फीति, उच्च ऊर्जा की कीमतें, उच्च फरेट एवं रेट – नए साल 2022 में भी प्रमुख मुद्दे बने रहने की संभावना है।
यह औद्योगिक समीक्षाकर्ता एक्ट रिसर्च का कहना है। एक्ट के अध्यक्ष और वरिष्ठ विश्लेषक केनी वेथ ने कहा, “श्रेणी 8 की मांग मजबूत रही है, लेकिन इस मांग की पूर्ती के लिए निर्माताओं की क्षमता अभी भी कमजोर है। ऊंची कीमतों को कोई नहीं रोक सकता और यह मुद्दा साल 2022 तक हावी रहेगा। हमें उम्मीद है कि इस स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होगा, लेकिन जोखिम सामान्य से अधिक बना रहेगा। फ्रेट बाजार संतुलन, उपकरणों और ड्राइवरों पर फ्रेट मात्रा के बीच आपूर्ति-मांग संतुलन, शायद अगले वर्ष की चैथी तिमाही तक हासिल नहीं किया जा सकता है।”
वेथ ने कहा कि ओमीक्रोन कोविड वेरिएंट का तेजी से प्रसार सबसे बड़ा खतरा है।
वेथ ने कहा, “निकट भविष्य में हैवी-ड्यूटी पूर्वानुमान को प्रभावित करने वाली, और जोखिम को बढ़ाने वाली सबसे महत्वपूर्ण घटना कोविड ओमीक्रोन वेरीएंट का वैश्विक प्रसार है। इस बीमारी जितनी ही महत्वपूर्ण बात सिविल अथार्टीयों और आम जनता की ओमीक्रोन – और साथ ही 2022 और उसके बाद भी नए आ सकने वाले वेरीएंट पर प्रतिक्रिया।”
“हमें उम्मीद है कि पिछले दो वर्षों के अनुभव से सीखे गए सबक हमें छोटे और सूक्ष्म पैमाने पर मार्गदर्शन करने में मदद करेंगे। पूर्वानुमान की बात करें तो एक सबक यह है कि महामारी के दौरान वस्तुओं की मांग सेवाओं की मांग की तुलना में बहुत अधिक हो जाती है, खासकर अगर वे सेवाएं जनता के लिए हैं। वस्तुओं के उत्पादन और वितरण से संबंधित क्षेत्र (विनिर्माण, निर्माण, खनन, कृषि, थोक और रिटेल) परिवहन-केंद्रित और आम तौर पर ट्रकिंग-केंद्रित हैं। इसलिए अपने स्वभाव से ही हैवी ट्रकों की मांग स्वाभाविक रूप से कोविड के खतरे से मुक्त है।”